Meta ने अपने सबसे ज्यादा यूज होने वाले मैसेजिंग App WhatsApp में एक बड़ा फीचर ऐड किया है। Meta ने यूजर्स को ऑनलाइन धोखाधड़ी और स्कैम से बचाने के लिए एक नया ‘सेफ्टी ओवरव्यू’ टूल लॉन्च किया है। इस फीचर के माध्यम से जब कोई अंजान व्यक्ति यूजर को किसी WhatsApp ग्रुप में जोड़ता है, तो उसे अलर्ट भेजा जाएगा। इस टूल में ग्रुप से जुड़ी अहम जानकारी और सुरक्षा से संबंधित टिप्स दिखाई जाएंगी।
यूजर चाहें तो बिना ग्रुप चैट देखे ही उसमें से एग्जिट कर सकते हैं। यदि ग्रुप परिचित लगे, तो पूरा चैट खोलकर भी जांच की जा सकती है।
इस पर रहेगी नजर
WhatsApp ने बताया कि ऐसे नए ग्रुप्स से आने वाले नोटिफिकेशन तब तक साइलेंट रहेंगे, जब तक यूजर खुद यह तय न कर लें कि वे उसमें बने रहना चाहते हैं या नहीं। कंपनी अब एक ऐसा फीचर भी टेस्ट कर रही है, जिससे अगर कोई यूजर किसी अंजान व्यक्ति से चैट शुरू करता है, तो उसे उस व्यक्ति की पहचान से जुड़ी अतिरिक्त जानकारी दी जाएगी। इससे यूजर निर्णय लेने में ज्यादा सक्षम होंगे।
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स्कैमर्स के खिलाफ कड़ा एक्शन
WhatsApp ने जानकारी दी कि वह दक्षिण पूर्व एशिया में सक्रिय स्कैम सेंटर्स पर भी नजर रखे हुए है, जहां जबरन मज़दूरी के जरिए अपराधी गिरोह इनका संचालन करते हैं। कंपनी ने बताया कि साल 2025 की पहली छमाही में ही उसने 68 लाख से ज्यादा ऐसे अकाउंट्स को बैन किया है, जो स्कैम गतिविधियों से जुड़े हुए थे।
WhatsApp, Meta और OpenAI की साझा कोशिशों से हाल ही में एक बड़े फ्रॉड नेटवर्क को खत्म किया गया, जो कंबोडिया में स्थित था। यह स्कैम नेटवर्क लोगों को फर्जी स्कीमों जैसे रेंट-ए-स्कूटर पिरामिड स्कीम और क्रिप्टो इन्वेस्टमेंट के नाम पर ठगने में लगा हुआ था।
क्रिप्टो अकाउंट से जुड़ा है स्कैम
OpenAI के मुताबिक, स्कैमर्स ने ChatGPT का इस्तेमाल कर फर्जी मैसेज तैयार किए और लोगों को WhatsApp पर जोड़ने के बाद Telegram पर ले जाकर TikTok वीडियो पर लाइक देने का झांसा दिया। इसके बाद उन्हें कमाई का झूठा आंकड़ा दिखाकर क्रिप्टो अकाउंट में पैसे जमा करने को कहा गया। WhatsApp ने स्पष्ट किया कि वह भविष्य में भी यूजर्स की सुरक्षा के लिए ऐसे खातों और नेटवर्क्स के खिलाफ सख्त कदम उठाता रहेगा।